Gangeshwar Temple Diu History in Hindi
गंगेश्वर मंदिर दीव का इतिहास हिंदी में
इतिहास
यह गंगेश्वर मंदिर हजारो साल पुराना है गंगेश्वर शब्द का अर्थ भगवान शिव होता है जो अपने बालों में गंगा को समेटे हुए है। भगवान शिव को धरती पर प्रवाहित होने वाली गंगा का स्वामी माना जाता है। गंगेश्वर मंदिर, भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर फादुम नामक गांव में स्थित है जो दीव से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मूल रूप से एक गुफा मंदिर है जो समुद्र तट पर चट्टानों के बीच स्थित है। इस मंदिर में पांच शिवलिंग है जो स्वंय अरब सागर के पानी से धुलती रहती है। शिवलिंग पर सागर का पानी आना, यहां आने वाले भक्तों के बीच श्रद्धा और भक्ति की भावना और गहरा करता है और उनके बीच मंदिर की मूल्यता को बढ़ाता है। यहां के आध्यात्मिक परिवेश में भक्त मग्न हो जाते है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस मंदिर को पांच पांडव भाइयों ने मिलकर बनाया था, (युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव) द्वारा कीया गया था, जिन्होने अपने निर्वासन के दौरान पूरी दुनिया में इसी हिस्से को चुना था और अपनी दैनिक पूजा के लिए यहां शिवलिंगों को स्थापित किया था। माना जाता है कि यह मंदिर महाभारत के काल का बना हुआ है। भगवान शिव की पूजा, गंगेश्वर नाम गंगा और ईश्वर से लिया गया है, इसका अर्थ है गंगा का भगवान। गंगा भगवान शिव से जुड़ी थी। जब वह स्वर्ग से पृथ्वी पर उतर रही थी, तब भगवान शिव थे, जिन्होंने मा गंगा को अपने जटा में धारण किया था। इसलिए, भगवान शिव को गंगाधर या गंगेश्वर के रूप में भी जाना जाता है। गंगेश्वर मंदिर की प्रेरणादायक और सामरिक स्थिति इस मंदिर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को बढ़ावा देती है।,यदि आप इंग्लिश भाषा मे ब्लॉग्स विजिट करना सह्ते हो तो विजिट ये लिंक gangeshwar temple diu history in english,
पाँच शिव लिंग स्थापित
मंदिर में पांडव
भाइयों द्वारा अपने व्यक्तिगत आकार के आधार पर पांच शिव लिंग स्थापित किए गए हैं, जेसा के युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव, ओर एक शीवलिंग बडी है,पांडव के भाइयों में से एक भीम द्वारा बनाया गया था, क्योंकि उनके पास विशाल शरीर था और बाद में।
यात्रा पे आये हुवे भारतीय मंत्री
ये मंदिर के दर्शन करने के लिए आये, श्री नरेन्द्र मोदीजी : 24/02/2018
ये मंदिर के दर्शन करने के लिए आये है, श्री राम नाथ कोविंद : 25/12/2020
ये मंदिर के दर्शन करने के लिए आये है, श्री राजनाथ सिंह : 5/02/2016
उपयोगी जानकारी
स्थान: फुदाम गांव, दीव, दमन और दादरा नागर हवेली , पिन 362520, भारत
• यात्रा का सर्वोत्तम दिन महा शिवरात्रि और स्रावन मास,
• यात्रा करने के लिए समय: सुबह से साम तक,
• निकटमे यात्रा करने के लिए स्थान सोमनाथ मंदिर, वेरावल और तुलसीशाम मंदिर, उना
• निकटतम रेलवे स्टेशन: गंगेश्वर मंदिर से लगभग 12.9 किलोमीटर की दूरी पर देलवाड़ा रेलवे स्टेशन।
• निकटतम हवाई अड्डा: दीव हवाई अड्डा, गंगेश्वर मंदिर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी
पर।
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